नए Academic Session के लिए जारी हुआ अपडेटेड Curriculum
साल 2025 भारतीय शिक्षा व्यवस्था के लिए बदलावों का साल माना जा रहा है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को सरल, उपयोगी, व्यवहारिक और आधुनिक तकनीक के अनुरूप बनाना है। नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत ये अपडेट छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को और बेहतर बनाएंगे।
- नए Academic Session के लिए जारी हुआ अपडेटेड Curriculum
साल 2025 भारतीय शिक्षा व्यवस्था के लिए बदलावों का साल माना जा रहा है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को सरल, उपयोगी, व्यवहारिक और आधुनिक तकनीक के अनुरूप बनाना है। नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत ये अपडेट छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को और बेहतर बनाएंगे।
- 1️⃣ पाठ्यपुस्तकों में 30% तक कटौती (Syllabus Reduction)
- 2️⃣ डिजिटल कंटेंट और QR कोड आधारित सीखने की सुविधा (Digital Learning Boost)
- 3️⃣ Foundation–Preparatory–Middle–Secondary मॉडल लागू (New Grading Structure)
- 4️⃣ Practical और Skill-Based Education पर जोर (Skill Development Focus)
- 5️⃣ परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव (New Assessment Pattern)
- इन बदलावों का छात्रों पर प्रभाव
- अभिभावकों और शिक्षकों को क्या करना चाहिए?
- निष्कर्ष
यदि आप छात्र, अभिभावक, शिक्षक या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह बदलाव जानना बेहद जरूरी है।
यहाँ NCERT द्वारा किए गए पांच बड़े बदलाव विस्तार से दिए गए हैं:
1️⃣ पाठ्यपुस्तकों में 30% तक कटौती (Syllabus Reduction)
सबसे बड़ा बदलाव पाठ्यक्रम में कमी का है। कई वर्षों से छात्रों और शिक्षकों की यह मांग थी कि syllabus बोझिल और लंबा है। इस बदलाव के बाद:
➡️छात्रों का अध्ययन बोझ कम होगा
➡️अधिक समय revision और practical learning में इस्तेमाल होगा
➡️सीखना अधिक सरल और प्रभावी होगा
NCERT ने syllabus में अनावश्यक अध्यायों, पुराने डेटा और repetitive content को हटाया है।
इसमें History, Civics, Science और Mathematics की किताबों का बड़ा हिस्सा नया बनाया गया है।
2️⃣ डिजिटल कंटेंट और QR कोड आधारित सीखने की सुविधा (Digital Learning Boost)
अब सभी NCERT किताबें QR Code के साथ आएंगी। इस कोड को DIKSHA App या किसी भी समर्थित स्कैनर से स्कैन करने पर:
➡️वीडियो लेक्चर
➡️एनीमेशन आधारित समझ
➡️सैंपल पेपर
➡️प्रैक्टिस क्विज
जैसी डिजिटल सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
यह बदलाव खासकर ग्रामीण छात्रों के लिए गेमचेंजर साबित होगा क्योंकि इससे सीखने की दिशा पुस्तक आधारित से बढ़कर टेक्नोलॉजी आधारित होगी।
3️⃣ Foundation–Preparatory–Middle–Secondary मॉडल लागू (New Grading Structure)
पिछले 10+2 सिस्टम की जगह अब एक नई संरचना लागू होगी:
| वर्ग | कक्षा | फोकस |
|---|---|---|
| Foundation Stage | Nursery–Class 2 | खेल के माध्यम से सीखना |
| Preparatory Stage | Class 3–5 | गतिविधि और विषय आधारित सीख |
| Middle Stage | Class 6–8 | प्रयोग, प्रोजेक्ट और लॉजिकल सोच |
| Secondary Stage | Class 9–12 | विशेषज्ञता, करियर आधारित शिक्षा |
इस बदलाव के बाद:
बच्चा सीखते-सीखते स्किल डेवलप करेगा
परीक्षा का तनाव कम होगा
रटने की बजाय समझने पर जोर होगा
4️⃣ Practical और Skill-Based Education पर जोर (Skill Development Focus)
साल 2025 से syllabus में skill subjects शामिल हैं, जैसे:
➡️Coding
➡️Artificial Intelligence
➡️Financial Literacy
➡️Agriculture & Climate Awareness
अब छात्र सिर्फ theoretical knowledge नहीं बल्कि real-life problem solving सीखेंगे।
यह बदलाव भारत को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करेगा।
5️⃣ परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव (New Assessment Pattern)
अब NCERT के तहत परीक्षाओं में बदलाव किए गए हैं:
40% प्रश्न Application-based
30% Analytical & Reasoning based
30% Concept understanding पर आधारित होंगे
Objective और Case Study आधारित सवालों की संख्या बढ़ाई गई है।
इसका उद्देश्य छात्रों को competitive exams जैसे:
UPSC
NEET
JEE
SSC
Banking
के लिए प्रारंभ से ही तैयार करना है।
इन बदलावों का छात्रों पर प्रभाव
इन सुधारों से छात्रों को अनेक लाभ होंगे:
✔ पढ़ाई आसान और रोचक होगी
✔ कम syllabus के कारण stress कम होगा
✔ डिजिटल लर्निंग से smart study संभव
✔ future career oriented education मिलेगा
✔ exam में rote learning की बजाय logical तैयारी होगी
अभिभावकों और शिक्षकों को क्या करना चाहिए?
➡️नए syllabus के बारे में जानकारी रखें
➡️छात्रों को QR-based learning अपनाने में मदद करें
➡️skill-based subjects के लिए motivate करें
➡️study pressure की जगह learning environment बनाएं
निष्कर्ष
NCERT द्वारा साल 2025 में किए गए ये बदलाव भारत की शिक्षा प्रणाली को और आधुनिक तथा प्रभावी बनाएंगे। यह कदम केवल पुस्तकों को बदलने का नहीं, बल्कि सीखने के तरीके, सोचने की प्रक्रिया और भविष्य की तैयारी को मजबूत करने का है।
जो छात्र इन बदलावों को समझकर सीखेंगे, वे न केवल परीक्षाओं में बल्कि जीवन में भी आगे बढ़ेंगे। इसलिए इन परिवर्तनों को अपनाना और अपडेट रहना हर छात्र के लिए जरूरी है।